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पुरानी यादें

4.0
520

इंसान अपनी ज़ीम्मेदारीया निभाते निभाते काफ़ी आगे निकल जाता है. बिता हुआ वक्त तो हर किसी के लिए मधुर स्मृति होता ही है पर निर्भर करता है इस बात पे की कोई बीते हुए वक्त को ही आगे बढ़ा जाता है, और ...

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लेखक के बारे में
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शशि रंजन

एक आवारा, दिल का प्यारा कवि, लेखक

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Bhagyashree
    17 अगस्त 2018
    Aapki Kavita Aapki Niji Zindagi se bahut had tak Judi hai lagta h... Nice... Very Nice Poem...
  • author
    Richa Gupta
    05 जून 2018
    bahut hi pyari kavita hai
  • author
    15 मई 2020
    गज़ब की रचना... बेहतरीन शब्द संयोजन... भावप्रवण प्रस्तुति के लिये हृदय से आभार 👌👌👌👌🙏🙏🙏💖💖💖
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    Bhagyashree
    17 अगस्त 2018
    Aapki Kavita Aapki Niji Zindagi se bahut had tak Judi hai lagta h... Nice... Very Nice Poem...
  • author
    Richa Gupta
    05 जून 2018
    bahut hi pyari kavita hai
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    15 मई 2020
    गज़ब की रचना... बेहतरीन शब्द संयोजन... भावप्रवण प्रस्तुति के लिये हृदय से आभार 👌👌👌👌🙏🙏🙏💖💖💖