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पृथ्वीराज चौहान और संयोगिता कि प्रेम कहानी ❤️

4.7
76

किसी कि इक झलक से प्यार हो जा जाता मगर ए प्यार मुक्कमल हो इसके लिए इतनी बहादुरी से गुजरना पड़ता है किसी एक के लिए हजारों से लड़ना पड़ता है तब वो प्यार इतिहास बन जाता है सदियों तक हम और आप उसकी ...

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लेखक के बारे में
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Devendra

A Man with soft heart ❣️ TEACHER मार्गदर्शक,व्यक्तित्व,प्रेरणा, दोस्त, ईश्वर, जीवन ,चाह सबकुछ -श्री कृष्ण From - Rajasthan मायड़ भाषा मारवाड़ी Desi 💪 WRITER BY PASSION 📝 SPORTS LOVER ⚽⛹️‍♂️ "हमने कब चाहा कि वो शक्स हमारा हो जाये, बस इतना दिख जाएगा, कि आँखों का गुज़रा हो जाए।” भरी बरसात में उड़ के दिखा ए माहिर परिंदे आसमान खुला हो तो तिनके भी सफर किया करते है

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    हरि ओम शर्मा
    05 जुलाई 2021
    वैसे तो इस ऐतिहासिक कथानक को कई बार पढ़ चुके हैं, सभी जानते हैं, फिर भी आपका प्रस्तूतिकरण अच्छा है। 👌👌
  • author
    Jagruti joshi "Shailja"
    05 जुलाई 2021
    बहुत सुंदर थी कहानी ओर आपने सुंदर तरीके से लिखा है🙏👏👏👏👏👌👌👌
  • author
    Sharda yogi✍️
    05 जुलाई 2021
    बहुत सुंदर ऐतिहासिक रचना 👍👍👍
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    हरि ओम शर्मा
    05 जुलाई 2021
    वैसे तो इस ऐतिहासिक कथानक को कई बार पढ़ चुके हैं, सभी जानते हैं, फिर भी आपका प्रस्तूतिकरण अच्छा है। 👌👌
  • author
    Jagruti joshi "Shailja"
    05 जुलाई 2021
    बहुत सुंदर थी कहानी ओर आपने सुंदर तरीके से लिखा है🙏👏👏👏👏👌👌👌
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    Sharda yogi✍️
    05 जुलाई 2021
    बहुत सुंदर ऐतिहासिक रचना 👍👍👍