"क्या बना रही हो ?" एक हाथ कमर पर और दूसरा हवा में नाचते हुए भाभी ने पूछा | "ग्वार की फली |" आदतानुसार नेहा ने संक्षिप्त सा उत्तर दिया | "देवर जी नहीं खायेंगे ये डंगरों वाली सब्जी ,....पहले ही ...
ऐसी घटनाएं आये दिन परिवार में घटती रहती हैं,इस कारण यह कहानी बहुत ही शिक्षाप्रद है।मुझे भाभी का चरित्र बहुत अच्छा लगा।मेरे विचार में रिश्ते बहुत संवेदनशील होते हैं और इनको स्वस्थ बनाए रखने के लिए बुद्धि की नहीं हृदय की आवश्यकता होती है।क्योंकि हृदय समर्पण है और समर्पण रिश्तों की अनिवार्यता।यह कहानी जितने लोग पढ़ें,उतना अच्छा हो।इसे प्रतिलिपि पर प्रकाशित करने के लिए आभार और बधाई सहित ढेड़ सारी शुभकामनाएं।
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
सामंजस्य और तालमेल के द्वारा किस तरह पारिवारिक रिश्तो में प्यार स्नेह और एकता को बरकरार रखा जा सकता है आप की कहानी में यह मूल भाव पूरी सच्चाई के साथ दृष्टिगोचर हो रहा है।
मैंने दैनिक भास्कर मधुरिमा में यह कहानी जब पढ़ी थी तो इसकी कटिंग काट कर रख ली थी ताकि इसे बार-बार पढ़ने का सुख हासिल कर सकूं। अब प्रतिलिपि पर आपके रचना संसार को पाकर अभिभूत हूं।
अनंत साधुवाद 🙏🏻😊🌷
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
बहुत ही समझदारी की बातें सिखाती हुए कहानी👌👌👌 रिश्तो पर छोटी-छोटी बातों पर तिल का ताड़ बनाने से रिश्ते नहीं बड़े होते दरार ही पड़ जाते हैं इस बात को बहुत ही सार्थकता से कहानी में बतलाई गई है💐💐💐 कहानी को 5 star और दिए जाए तो भी कम है बहुत ही सुंदर कहानी
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
ऐसी घटनाएं आये दिन परिवार में घटती रहती हैं,इस कारण यह कहानी बहुत ही शिक्षाप्रद है।मुझे भाभी का चरित्र बहुत अच्छा लगा।मेरे विचार में रिश्ते बहुत संवेदनशील होते हैं और इनको स्वस्थ बनाए रखने के लिए बुद्धि की नहीं हृदय की आवश्यकता होती है।क्योंकि हृदय समर्पण है और समर्पण रिश्तों की अनिवार्यता।यह कहानी जितने लोग पढ़ें,उतना अच्छा हो।इसे प्रतिलिपि पर प्रकाशित करने के लिए आभार और बधाई सहित ढेड़ सारी शुभकामनाएं।
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
सामंजस्य और तालमेल के द्वारा किस तरह पारिवारिक रिश्तो में प्यार स्नेह और एकता को बरकरार रखा जा सकता है आप की कहानी में यह मूल भाव पूरी सच्चाई के साथ दृष्टिगोचर हो रहा है।
मैंने दैनिक भास्कर मधुरिमा में यह कहानी जब पढ़ी थी तो इसकी कटिंग काट कर रख ली थी ताकि इसे बार-बार पढ़ने का सुख हासिल कर सकूं। अब प्रतिलिपि पर आपके रचना संसार को पाकर अभिभूत हूं।
अनंत साधुवाद 🙏🏻😊🌷
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
बहुत ही समझदारी की बातें सिखाती हुए कहानी👌👌👌 रिश्तो पर छोटी-छोटी बातों पर तिल का ताड़ बनाने से रिश्ते नहीं बड़े होते दरार ही पड़ जाते हैं इस बात को बहुत ही सार्थकता से कहानी में बतलाई गई है💐💐💐 कहानी को 5 star और दिए जाए तो भी कम है बहुत ही सुंदर कहानी
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या