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प्रेमी और प्रेमिका के बीच एक संवाद ...

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Hello कैसी हो अच्छे हैं तुम बताओ , इतने दिन कहाँ कहाँ गायब थे अभी कहाँ हो ? ठीक तो हो ना तुम ? इतने सारे सवाल एक साथ कम से कम सांस तो ले लो , हाँ मैं ठीक हूँ शुक्र है तुम कुछ भी बताते नही बस एकदम से ...

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लेखक के बारे में
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Ashish Jaiswal

दिल्ली विश्वविद्यालय से शोध कर रहा हूँ एक छोटे से गाँव से आया हूँ इसीलिए भीतर अब भी गाँव बहुत कुछ जिंदा है .. पढ़ना,लिखना,समाज को कुछ अलग नजरिये से देखना ,थोड़ा अल्हड़पन,एक बालमन,थोड़ा प्यार बस यही हूँ - "मैं" आप facebook पर मुझसे जुड़ सकते हैं https://m.facebook.com/home.php?hrc=1

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Harsh Suyal "Harsh"
    14 मई 2018
    aashish sahab Dil chhu gayi kahani behatareen pyar kiya ho to himmat v ho nibhane ki .. kahi na kahi jindagi kafi kuchh na jante hue v sikha jati h dhanyawaad Sir
  • author
    Mukesh Ram Nagar
    21 अप्रैल 2018
    अच्छी कहानी, सुंदर लेखन। पर..नायक, नायिका का बिना प्रयास किए ऐसे मैदान छोड़ना.. जीवन बड़ी जंग है भाई...ऐसे भागने से काम नहीं चलेगा..इस कहानी को कंटीन्यू करें...👍👍
  • author
    Alka Patel
    04 दिसम्बर 2019
    ❤❤❤😔
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Harsh Suyal "Harsh"
    14 मई 2018
    aashish sahab Dil chhu gayi kahani behatareen pyar kiya ho to himmat v ho nibhane ki .. kahi na kahi jindagi kafi kuchh na jante hue v sikha jati h dhanyawaad Sir
  • author
    Mukesh Ram Nagar
    21 अप्रैल 2018
    अच्छी कहानी, सुंदर लेखन। पर..नायक, नायिका का बिना प्रयास किए ऐसे मैदान छोड़ना.. जीवन बड़ी जंग है भाई...ऐसे भागने से काम नहीं चलेगा..इस कहानी को कंटीन्यू करें...👍👍
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    Alka Patel
    04 दिसम्बर 2019
    ❤❤❤😔