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"प्रेमचंद जी के उपन्यास गोदान की समीक्षा"

4.3
384

आज मैं 'हिंदी साहित्य ' के सम्राट मुंशी प्रेमचंद जी की आखरी 'उपन्यास' गोदान की समीक्षा करने जा रही हूँ । इस उपन्यास में  ग्रामीण और शहरी दो कथाओं का  चित्रण मिलता है । यह उपन्यास का पहली बार ...

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लेखक के बारे में
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Diksha Sinha

मेरे शब्द मेरे लिए वो दर्पण हैं जिसमे मैं अपने व्यक्तित्व का प्रतिबिंब निहार सकती हुं।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Adarsh Shukla
    22 दिसम्बर 2021
    Apne upnyas ke saransh ko behtareen roop me prastut kiya hai
  • author
    Kumar Sonkaran
    10 फ़रवरी 2021
    बहुत ही सुंदर समीक्षा आदरणीया !बधाई
  • author
    kishan Sao
    03 जुलाई 2022
    Diksha saarans 👌
  • author
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Adarsh Shukla
    22 दिसम्बर 2021
    Apne upnyas ke saransh ko behtareen roop me prastut kiya hai
  • author
    Kumar Sonkaran
    10 फ़रवरी 2021
    बहुत ही सुंदर समीक्षा आदरणीया !बधाई
  • author
    kishan Sao
    03 जुलाई 2022
    Diksha saarans 👌