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प्रेम के पश्चाताप

4.4
2346

प्रेम में एक ताप होता है।जो व्यक्ति इस ताप से समुचित मात्रा में भाप नहीं बना पाता वह आख़िरकार पश्चाताप ही करता है।मैं भी कर रहा हूं।कर तो कई वर्षों से रहा था,लेकिन ज़ाहिर आज कर रहा।देर इसलिए हुई कि ...

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लेखक के बारे में
समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    राघवेन्द्र राज
    27 नवम्बर 2017
    प्रेम करते वक्त प्रेम में नही रहना चाहिये । समर्थित कहानी भाई ।अपने सही चित्रण किया you are great
  • author
    Anju Chouhan
    03 मार्च 2018
    bakwas
  • author
    Ranjan Maheshwari
    14 जून 2021
    बंधु, आप और हम एक ही नाव के सवार हैं। अंतर यह है कि आप असफल प्रेम का पश्चाताप कर रहे हैं और हम सफल प्रेम (विवाह में रासायनिक परिवर्तित) का। वैवाहिक पश्चाताप को विस्तार से जानने के लिए हमारी रचना, "पति, उत्पत्ति से विपत्ति तक" का पारायण करें। आपके पश्चाताप की वेदना को कुछ शांति मिलेगी।
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    राघवेन्द्र राज
    27 नवम्बर 2017
    प्रेम करते वक्त प्रेम में नही रहना चाहिये । समर्थित कहानी भाई ।अपने सही चित्रण किया you are great
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    Anju Chouhan
    03 मार्च 2018
    bakwas
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    Ranjan Maheshwari
    14 जून 2021
    बंधु, आप और हम एक ही नाव के सवार हैं। अंतर यह है कि आप असफल प्रेम का पश्चाताप कर रहे हैं और हम सफल प्रेम (विवाह में रासायनिक परिवर्तित) का। वैवाहिक पश्चाताप को विस्तार से जानने के लिए हमारी रचना, "पति, उत्पत्ति से विपत्ति तक" का पारायण करें। आपके पश्चाताप की वेदना को कुछ शांति मिलेगी।