हाहाकार - धू - धू कर जलता धरती का तन -मन ; सूखा ; चाक - चाक हुआ किसान का कलेजा ; पानी की किल्लत -- आज का परिदृश्य मन में एक साथ कई प्रश्न और दुःख की सृष्टि कर जाता है | सूखा - क्या सिर्फ धरती का सूखा ...
हाहाकार - धू - धू कर जलता धरती का तन -मन ; सूखा ; चाक - चाक हुआ किसान का कलेजा ; पानी की किल्लत -- आज का परिदृश्य मन में एक साथ कई प्रश्न और दुःख की सृष्टि कर जाता है | सूखा - क्या सिर्फ धरती का सूखा ...