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हिन्दी

प्राचीन ग्रंथकार

4.3
391

धनंजय भोजराज के पितृव्‍य चारों नरेश मुंज की सभा के रत्‍नों में से धनंजय भी एक हैं। इनका रचित दश रूपक नाम ग्रंथ प्रसिद्ध है। ग्रंथ की समाप्ति में धनंजय लिखते हैं - विष्‍णो: सुतेनापि धनंजयेन। ...

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लेखक के बारे में

पंडित बाल कृष्ण भट्ट हिन्दी के एक प्रसिद्ध पत्रकार, नाटककार एवं निबंधकार थे, ये गद्य प्रधान आधुनिक हिन्दी कविता की नींव रखने वेल रचनाकारों में गिने जाते हैं। भट्ट जी एक अच्छे एवं सफल पत्रकार तो थे ही, उन्होंने "सौ अजान एक सुजान", "रेल का विकट खेल", "नूतन ब्रह्मचारी", "बाल विवाह" तथा "भाग्य की परख" आदि अनेक पुस्तकें भी लिखी हैं।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    02 दिसम्बर 2018
    अकेले को हमसफर मिल गया 😊 कुछ ऐसा ही आपका ऐप्प 💐
  • author
    Zaid Akhtar Khan
    03 दिसम्बर 2017
    अच्छा
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    02 दिसम्बर 2018
    अकेले को हमसफर मिल गया 😊 कुछ ऐसा ही आपका ऐप्प 💐
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    Zaid Akhtar Khan
    03 दिसम्बर 2017
    अच्छा