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पूरा सच कुछ और

4.1
9918

निम्‍मी जब भी अपना सजा संवरा घर देखती या शानदार नौकरी करते बेटे बहू को देखती तो मन हुलास से भर उठता । न चाहते हुए भी ऐसे खयाल घेरने लगते कि अब उसकी जिंदगी में गहरा सुकून आएगा और वह संतोष की गहरी ...

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लेखक के बारे में
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रजनी गुप्‍त

जन्‍मतिथि एवं जन्‍मस्‍थल - 02-04-1963 चिरगांव , झांसी , उ.प्र. शिक्षा- एमफिल. पीएच.डी . जे.एन.यू.नई दिल्‍ली से साहित्यिक परिचय उपन्‍यास - 1- कहीं कुछ और - वाणी प्रकाशन दिल्‍ली 2 किशोरी का आसमां- किताबघर प्रकाशन दिल्‍ली 3-एक न एक दिन - किताबघर प्रकाशन दिल्‍ली 4- कुल जमा बीस – सामायिक प्रकाशन दिल्‍ली 5 - ये आम रास्‍ता नही , वाणी प्रकाशन दिल्‍ली 6- कितने कठघरे - वाणी प्रकाशन दिल्‍ली 7 – नए समय का कोरस – भारतीय ज्ञानपीठ दिल्‍ली कहानी संग्रह 1- एक नई सुबह - वाणी प्रकाशन दिल्‍ली 2- हाट बाजार - नेशनल पब्लिशिंग हाउस दिल्‍ली 3- प्रेम संबंधों की कहानियां - नमन प्रकाशन दिल्‍ली 4- अस्‍ताचल की धूप – साहित्‍य भंडार इलाहाबाद 5- फिर वहीं से शुरू – भावना प्रकाशन दिल्‍ली स्‍त्री विमर्श – 1- सुनो तो सही ( आलोचनात्‍मक पुस्‍तक ) सामयिक प्रकाशन दिल्‍ली से 2011 में प्रकाशित 2- बहेलिया समय में स्‍त्री – स्‍त्री मुद्दों पर आलेखों की किताब 2016 । संपादन 1- आजाद औरत कितनी आजाद सामयिक प्रकाशन दिल्‍ली 2- मुस्‍कराती औरतें - सामयिक प्रकाशन दिल्‍ली 3- आखिर क्‍यों लिखती हैं स्त्रियां - शिल्‍पायन प्रकाशन दिल्‍ली विशेष - ' कहीं कुछ और ' राजर्षि पुरूषोत्‍तम दास टंडन ओपन यूनि . के स्‍त्री विमर्श पाठ्यक्रम में शामिल एवं ‘ स्त्री घर ‘ ( डायरी विधा ) औरंगावाद विश्‍वविद्यालय के बी.ए.के कोर्स में शामिल। ' सुनो तो सही ' हिंदी साहित्‍य के इतिहास में शामिल। कथाक्रम ( साहित्यिक पत्रिका ) में संपादकीय सहयोग पुरस्‍कार / सम्‍मान - 1-युवा लेखन सर्जना पुरस्‍कार( उत्‍तर प्रदेश हिंदी संस्‍थान द्वारा ) 2- आर्यस्‍मृति साहित्‍य सम्‍मान ( किताब घर प्रकाशन ) 2006 3- - किशोरी का आसमां ' पर अमृत लाल नागर पुरस्‍कार 2008 4- कलमकार फाउंडेशन द्वारा अखिल भारतीय कहानी प्रतियोगिता में द्वितीय पुरस्‍कार 2014 5- अस्‍ताचल की धूप – कहानी संग्रह पर उत्‍तर प्रदेश हिंदी संस्‍थान द्वारा मुख्‍यमंत्री द्वारा रावी स्‍मृति सम्‍मान । 6 कितने कठघरे पर महादेवी वर्मा अवार्ड 2016 शेाध कार्य : चेन्‍नै विश्‍वविद्यालय , जम्‍मू विश्‍वविद्यालय , केरल विश्‍वविद्यालय , कर्नाटक विश्‍वविद्यालय , औरंगावाद विश्‍वविद्यालय , मेरठ विश्‍वविद्यालय , मराठवाड़ा विश्‍वविद्यालय , आगरा विश्‍वविद्यालय , आंध्रप्रदेश विश्‍व , कुरूक्ष्‍ेात्र विश्‍वविद्यालय व लखनऊ विश्‍वविद्यालय में कई उपन्‍यासों व कहानी संग्रहों पर कई में शोध कार्य सम्‍पन्‍न व जारी । सम्‍प्रति * सरकारी बैंक में 1991 से विशेषज्ञ अधिकारी के रूप में कार्यरत ।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Vikas
    22 ஜூன் 2017
    क्या लिखे शब्द तो मिल ही नहीँ रहे हैं।अभी तो कहानी से बाहर ही नहीं निकल पाये हैं।Awesome.
  • author
    रविन्द्र "रवि"
    25 மே 2019
    🍓🌿🌿🍁🍁बहुत सूंदर रचना🌿🌿🌿🌿🙏🙏🙏🙏
  • author
    arti
    28 ஜூன் 2017
    no words to explain...really a nice story
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    Vikas
    22 ஜூன் 2017
    क्या लिखे शब्द तो मिल ही नहीँ रहे हैं।अभी तो कहानी से बाहर ही नहीं निकल पाये हैं।Awesome.
  • author
    रविन्द्र "रवि"
    25 மே 2019
    🍓🌿🌿🍁🍁बहुत सूंदर रचना🌿🌿🌿🌿🙏🙏🙏🙏
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    arti
    28 ஜூன் 2017
    no words to explain...really a nice story