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उत्तराखंड पर कविता

4.5
85

प्रणाम जी। एक कूल ड्यूड मुझ से बोला तुम रहते हो गधेरो और गाड में क्या रखा है ऐसा तेरे पहाड़ में ।। मै कुछ यूँ बोला । जंगल में जो दम रहता है शेर अपनी दहाड़ में इस धरती पर उससे भी बढ़कर दम रहता है पहाड़ ...

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लेखक के बारे में
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mukesh petshali
समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Amrita Pandey
    26 जनवरी 2021
    भौत्त भल रचना, हमर पहाड़ जैस आनंद कैं ओर नि है हो दाज्यू
  • author
    its_ karki
    15 जनवरी 2019
    very nice poem.😅😊😊
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  • author
    Amrita Pandey
    26 जनवरी 2021
    भौत्त भल रचना, हमर पहाड़ जैस आनंद कैं ओर नि है हो दाज्यू
  • author
    its_ karki
    15 जनवरी 2019
    very nice poem.😅😊😊