02:05PM 31.08.2014 SUNDAY Long poem - माँ मुझे.... हे माँ मैंने देखे हैं तेरी आँखों से झरते आँसू जो पिता के लड़खड़ाते क़दमों के दहलीज के भीतर आते ही भर आए थे तेरे नेत्रों में. और जिन्हें तूने ...
02:05PM 31.08.2014 SUNDAY Long poem - माँ मुझे.... हे माँ मैंने देखे हैं तेरी आँखों से झरते आँसू जो पिता के लड़खड़ाते क़दमों के दहलीज के भीतर आते ही भर आए थे तेरे नेत्रों में. और जिन्हें तूने ...