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पिता पर लिखी गई, राजस्थानी भाषा मे कविता

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पिता पर लिखी गई , राजस्थानी भाषा मे  कविता                     बाप घोडो बण्यो गडोल्यां चाल्यो ले बेटा नें मोरां पर । गोडा घिस घिस घणों कमायो खरच कर दियो छोरां पर । खुदरे तो फाटी अंगरखी सूट ...

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Vinay Sinha

शून्य से शून्य तक की यात्रा का प्रयास करता हूं।

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    महेश समीर
    11 नवम्बर 2021
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