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पीला गुलाब

4.3
18437

भाग :1 -------------------------- मोहित ने तीसरी बार डियो डालते हुए खुद को आईने में देखा , और मन ही मन बोला " ठीक लग रहा हू " आज मोहित के लिए बहुत खास दिन था , पिछले एक महीने से वो एक दूसरे से फेसबुक ...

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लेखक के बारे में
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मृदुल कपिल

प्रकाशित पुस्तकें : चीनी कितने चम्मच ( कहानी संग्रह ) आँचलिक कहानी संग्रह "कानपुर की घातक कथाएँ 1 " एवं मोहब्बत 24 कैरेट प्रकाशित (कहानी संग्रह ) प्रकाशित . सोशल मिडिया ( फेसबुक , ब्लॉग आदि ) पर निरंतर  लेखन , कुछ समाचारपत्रों और पत्रिकाओ में समय समय पर लेख और कहानियो  का  प्रकाशन .

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    शशांक भारतीय
    15 अक्टूबर 2016
    Khatarnak story thee...prasango ko thoda aur badhaya ja skta tha taki kahaani me aur vaastvikta a sakti....halanki isse kahani lmbi ho jane ka dansh rehta h
  • author
    Tinku Rana
    31 अगस्त 2016
    सच्चा प्यार इसी को कहते है पर क्या स्नेहा ने ठीक किया ? जब सबने ठुकरा दिया तब आयी मोहित के पास ,पहले साथ क्यू नही दिया उसका ? :/
  • author
    Idiot Box
    20 मई 2021
    sneha selfish ladki thi. mohit ka fayda hi uthaya hai usne.
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    शशांक भारतीय
    15 अक्टूबर 2016
    Khatarnak story thee...prasango ko thoda aur badhaya ja skta tha taki kahaani me aur vaastvikta a sakti....halanki isse kahani lmbi ho jane ka dansh rehta h
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    Tinku Rana
    31 अगस्त 2016
    सच्चा प्यार इसी को कहते है पर क्या स्नेहा ने ठीक किया ? जब सबने ठुकरा दिया तब आयी मोहित के पास ,पहले साथ क्यू नही दिया उसका ? :/
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    Idiot Box
    20 मई 2021
    sneha selfish ladki thi. mohit ka fayda hi uthaya hai usne.