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पिक पॉकेट

4.6
53

संजना कैलेंडर पर निशान लगा देख कर चौंक उठी।आज तो तेईस तारीख है।नयना का भाई शाम को आएगा,तब उसे पैसे देने होंगे और वह इस बात को भूल चुकी थी।नयना और वह बचपन की सहेलियां थीं।नयना संपन्न व्यापारी परिवार ...

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लेखक के बारे में
author
asha singh
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Suresh Deshmukh
    19 अगस्त 2022
    क्या इसे जैसी करनी वैसी भरनी कह सकते है ? अतिसुंदर कहानी..👌✍️🙏
  • author
    Tripti
    04 जुलाई 2021
    kya baat hai bahut khubsurat vishay or likhne ka andaz beautifully written
  • author
    Manju Singh
    05 जुलाई 2021
    बहुत सुंदर भावपूर्ण रचना 👌
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Suresh Deshmukh
    19 अगस्त 2022
    क्या इसे जैसी करनी वैसी भरनी कह सकते है ? अतिसुंदर कहानी..👌✍️🙏
  • author
    Tripti
    04 जुलाई 2021
    kya baat hai bahut khubsurat vishay or likhne ka andaz beautifully written
  • author
    Manju Singh
    05 जुलाई 2021
    बहुत सुंदर भावपूर्ण रचना 👌