वह भी क्या दिन थे। पोस्टकार्ड और अंतर्देशीय पत्र खूब चलते थे| आजकल के बच्चे तो जानते ही नहीं ये किन बलाओं के नाम हैं | बस विषय के एक भाग के रूप में पत्र लेखन करते हैं।
ये तो वाकई सच है कि आज कल की generation पत्र लिखा नही जानती हमको भी नही पता कि कैसे लिखते है boring से लगता है पर हमारी माँ और दीदी ने बताया कि जैसे fb पर बात करते है chatting में बिल्कुल उसी तरह पर फिर भी हमको समझ में नही आया.........परन्तु ये कहानी पढ़ कर लगा की पत्र की जगह कोई चीज़ नही ले सकती उसको पढ़ कर जो feel होता है जो एक दम अलग ही एहसास है 💖💖
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
ये तो वाकई सच है कि आज कल की generation पत्र लिखा नही जानती हमको भी नही पता कि कैसे लिखते है boring से लगता है पर हमारी माँ और दीदी ने बताया कि जैसे fb पर बात करते है chatting में बिल्कुल उसी तरह पर फिर भी हमको समझ में नही आया.........परन्तु ये कहानी पढ़ कर लगा की पत्र की जगह कोई चीज़ नही ले सकती उसको पढ़ कर जो feel होता है जो एक दम अलग ही एहसास है 💖💖
रिपोर्ट की समस्या
सुपरफैन
अपने प्रिय लेखक को सब्सक्राइब करें और सुपरफैन बनें !
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या