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पहला कैमरा !!

3.5
688

बात उन दिनो की है.. जब मै शायद 12-13 साल की रही हूँगी , हम सब बच्चे बहुत खुश थे ... कि कल हम सब हमारी कुलदेवी (शाकुम्भरी देवी ) के दर्शन के लिये जाएँगे । जो हमारे घर से बहुत दूर तो नही थी , वहाँ ...

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लेखक के बारे में

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से एम कॉम करने के बाद , पिछले कुछ समय से लिखना शुरू किया , अपनी लेखनी के माध्यम से कुछ अधूरे किस्से पूरे करती हूं , कुछ सामाजिक बुराईयों का हल ढूंढने की कोशिश भी करती हूं , जिसके माध्यम से समाज को अच्छा सन्देश दे सकूँ , हाल ही में शिकायत प्रतियोगिता में सांत्वना पुरस्कार मिलने से सकारात्मक भाव आया है , समाचार पत्रों में समय समय पर लेख , कवितायें प्रकाशित होती है , आज लेखनी में जो भी पहचान बना पाई हूँ , उसका पूरा श्रेय मेरी मां को जाता है जो अब हमारे बीच नही है अगर अच्छी लेखक बन पाऊं तो उन्हें ये मेरी सच्ची श्रद्धाजंलि होगी ।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    16 अगस्त 2017
    आपको बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएँ ।कैमरा एक जीवंत कवि है ।
  • author
    BRIJ BHOOSHAN KHARE
    05 मई 2018
    बहुत सुन्दर रचना
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    16 अगस्त 2017
    आपको बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएँ ।कैमरा एक जीवंत कवि है ।
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    BRIJ BHOOSHAN KHARE
    05 मई 2018
    बहुत सुन्दर रचना