पहाड़ी ढलान पर वो आराम से पॉव पसारे बैठा था | चिनार के पेड़ों से छन छन कर आती गुनगुनी धूप उसके जिस्म को हरारत बख्श रही थी और ज़ीना की अल्हड जवानी उसमे फूक मार रही थी |ज़ीना को निहारते हुए वो सिगरेट ...
पहाड़ी ढलान पर वो आराम से पॉव पसारे बैठा था | चिनार के पेड़ों से छन छन कर आती गुनगुनी धूप उसके जिस्म को हरारत बख्श रही थी और ज़ीना की अल्हड जवानी उसमे फूक मार रही थी |ज़ीना को निहारते हुए वो सिगरेट ...