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पटना वाला प्यार भाग - 1

4.1
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कल लगभग 5 साल बाद तुम्हें आशियाना रोड के टेम्पू पर देखा , कुछ सेकंड के लिए लगा मानो समय रुक सा गया हो मेरे लिये । मेरे ना चाहते हुए भी तुम्हारा नाम मेरे मुंह से निकल ही गया । और शायद तुमने सुन भी ...

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लेखक के बारे में
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अभिलाष दत्ता

संपर्क - 9472596357 कहानी संग्रह - पटना वाला प्यार (flydreams publication) उपन्यास - 1. अवतार - महारक्षकों का आगमन (flywings, unit of flydreams publication) 2. दुर्गापुर जंक्शन (blue emerald publication) SWA MEMBER

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    22 सितम्बर 2018
    गज़ब ...मजा आ गया पढ़ के !! पर आपने ये नहीं बताया कि आपके पटना वाले प्यार का जवाब क्या था ? !!
  • author
    Atul kumar
    26 अक्टूबर 2016
    पटना के लोकेशन्स को बड़ी ख़ूबसूरती से बयां किया है आपने। और हाँ, हमको आपके भाषा शैली जो की पूरी तरह से लोकल है उसको पढ़ के मज़ा आ गया। 👍☺
  • author
    14 जुलाई 2018
    अच्छी कथा-शैली। इसे और बेहतर कर सकते हैं।जरूर प्रयास करें। चेतन भगत की कथा-शैली से प्रेरित भाषा।
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    22 सितम्बर 2018
    गज़ब ...मजा आ गया पढ़ के !! पर आपने ये नहीं बताया कि आपके पटना वाले प्यार का जवाब क्या था ? !!
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    Atul kumar
    26 अक्टूबर 2016
    पटना के लोकेशन्स को बड़ी ख़ूबसूरती से बयां किया है आपने। और हाँ, हमको आपके भाषा शैली जो की पूरी तरह से लोकल है उसको पढ़ के मज़ा आ गया। 👍☺
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    14 जुलाई 2018
    अच्छी कथा-शैली। इसे और बेहतर कर सकते हैं।जरूर प्रयास करें। चेतन भगत की कथा-शैली से प्रेरित भाषा।