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पसन्द से प्यार तक

4.7
32421

आज गीतिका को देखने के लिए एक लड़का आने वाला हैं, इसलिए सुबह से ही घर में चहल–पहल हैं. घर के सभी सदस्य घर की साफ़–सफाई और मेहमानों के अच्छे स्वागत की तैयारी में लगे हुए हैं. कमरे में बैड पर बन्द गले ...

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लेखक के बारे में
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वर्मन गढ़वाल

मैं सत्य और कल्पना के मिश्रण से भविष्य की संभावना लिखता हूँ।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Manisha Verma
    16 जुलाई 2021
    bahut hi achhi rachna
  • author
    Manak Chand kuldeep
    16 जुलाई 2021
    जीवन में पहली बार जीवन में पहली बार इस तरह की समझदारी एवं किसी के जीवन को खुशहाल करने का वह रिश्ता तोड़ना तोड़ना से बचाना वह गलती के लिए क्षमा कर देना एक महान कार्य है लेखक बहुत ही समझदारी से वह सामाजिकता को समझते हुए दलेखनी लिख रहा है जीवन में पहली बार नया अनुभव हुआ है आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
  • author
    vipin
    28 जून 2021
    आपकी रचना समकालीन वातावरण में हो रही ऐसी घटनाओं को समाज के सम्मुख रखने में पूर्णतः सफल है । मैंने आजतक प्रतिलिप् पर इस विषय पर ,, इससे उत्कृष्ट रचना कभी नहीं पढ़ी👍👍👍 आपको ऐसी लेखनी की लिए हृदय की गहराइयों से धन्यवाद..🙏🙏🙏
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    Manisha Verma
    16 जुलाई 2021
    bahut hi achhi rachna
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    Manak Chand kuldeep
    16 जुलाई 2021
    जीवन में पहली बार जीवन में पहली बार इस तरह की समझदारी एवं किसी के जीवन को खुशहाल करने का वह रिश्ता तोड़ना तोड़ना से बचाना वह गलती के लिए क्षमा कर देना एक महान कार्य है लेखक बहुत ही समझदारी से वह सामाजिकता को समझते हुए दलेखनी लिख रहा है जीवन में पहली बार नया अनुभव हुआ है आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
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    vipin
    28 जून 2021
    आपकी रचना समकालीन वातावरण में हो रही ऐसी घटनाओं को समाज के सम्मुख रखने में पूर्णतः सफल है । मैंने आजतक प्रतिलिप् पर इस विषय पर ,, इससे उत्कृष्ट रचना कभी नहीं पढ़ी👍👍👍 आपको ऐसी लेखनी की लिए हृदय की गहराइयों से धन्यवाद..🙏🙏🙏