pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

परी रानी

5
9

काश हर बेटी होती पापा की प्यारी परी। तो आज कितनीही कलीया न रहती अधखीली । बेटी के जनम को पाप मानने वालो की कमी नहीं यहां । एक दीन होगा हर लाडकी के पीता को गर्व होगा के कोई। परी रानी ,कोई देवता के रूप ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
chandrakant जपे

शामराव ( चंद्रकांत ) जपे. दिव्यांगांच्या कार्यशाळेत ३० वर्षे सेवैनंतर सेवा निवृत्त.निवृत्ती नंतर ही दिव्यांगांच्या प्रश्नांवर मार्ग दर्शन सुरू आहे. एक कलाकार म्हणून तबला व इतर तालवाद्य वाजवता येतात . भजनी मंडळ व इतर सांस्कृतिक कार्यक्रमात सहभाग.

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ashok Joshi
    10 मई 2022
    भावपूर्ण प्रस्तुति...👌🌹👌
  • author
    Puspa Pathak
    10 मई 2022
    भावुक कर दिया आपने
  • author
    Mahendra Maurya
    09 मई 2022
    बहुत सुंदर प्रस्तुति
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ashok Joshi
    10 मई 2022
    भावपूर्ण प्रस्तुति...👌🌹👌
  • author
    Puspa Pathak
    10 मई 2022
    भावुक कर दिया आपने
  • author
    Mahendra Maurya
    09 मई 2022
    बहुत सुंदर प्रस्तुति