pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

परम ज्ञानी जी की धुलाई

5
5

आज सुबह सुबह एक परम ज्ञानी से बहस हो गई । एक तो मैं जीवन में जमाने के गम हम उस पर भी हस ते हम पर ये महामूर्खों का मिलना भी क्या सितम से कम है।          तो पर ज्ञानी बोले ओर सुनाइए मिश्रा जी क्या ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Jitendra Mishra

मेरा नाम जितेंद्र मिश्रा है पिताजी नाम आदरणीय श्री सिताचरन मिश्रा माताजी का नाम आदरणीय श्री कमला मिश्रा है मै भारत के मध्यप्रदेश के हरदा शहर के टिमरनी तहसील के छोटे से गांव छिद गांव मेल का रहने वाला हूं मै ब्राम्हण परिवार से हूं और मै और मेरा पूरा परिवार ईश्वर बहुत आस्था विश्वास रखते है मै साधारण सहज सरल जीवन जीना चाहता हूं क्योंकि मुझे सादगी पसंद मुझे सारे संसार से प्रेम है सब मेरे अपने है इंसान जीव जन्तु प्राणी मात्र पर परात्मा दया भाव रखे सब आनंद में रहे मै यही चाहता मुझे ना तो ईश्वर और ना किस्मत किसी कोई शिकायत नहीं है मुझे ईश्वर प्रकृति ने मेरे कर्म और योगिता के अनुसार जिसके लायक है वो दिया उसमे सबसे अच्छी चीज मेरासहज सरल अन्तःकरण है जिसमें महादेव विराजमान है हर हर महादेव

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Amrita Padihar
    12 नवम्बर 2021
    babut sundar likha 👌👌
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Amrita Padihar
    12 नवम्बर 2021
    babut sundar likha 👌👌