
प्रतिलिपिएक क़िस्सा है। और क़िस्सा क्या… ? हक़ीक़त है जी…! कल की हक़ीक़त आज क़िस्सा है। आज की हक़ीक़त कल क़िस्सा होगी। तो क़िस्सा उन दिनों का है, जब अब जैसे देश नहीं हुआ करते थे। तब देश का मतलब-एक क्षेत्र हुआ करता था। जैसे आज मालवा में निमाड़ के लोग आते हैं, और जब काम होने के बाद वापस जाते हैं, तो कहते हैं- देश जा रहे हैं। यानी जब मालवा भी एक देश था। निमाड़ भी एक देश था। झाबुआ भी एक देश था। हर क्षेत्र जिसकी बोली-बानी अलग थी, रहन-सहन, पहनावा, खान-पान और संस्कृति में फ़र्क़ था, वह एक अलग देश था। तब भी एक देश से ...
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या