pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

पापा का सपना

4.6
10076

“ प्यारे पापा , आपके लिए | “ किताब के पहले पन्ने पर लिखे इन चार शब्दों को पढ़कर साक्षी की आँखों में सैलाब उमड़ पड़ा | बहुत देर तक कुछ सोचते हुए वो इन शब्दों को अपनी हथेली से सहलाती रही और फिर हिम्मत ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

वो लिखती हूँ जो जिया है । उनके लिए लिखती हूँ जो जीती हैं पर लिख नहीं पाती । और लिखती हूँ शायद इसलिए जी रही हूँ । उम्मीद है जब तक जिऊँ , लिखती रहूँ :)

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rashi Saini
    08 ஜனவரி 2019
    शुरू से लेकर अन्त तक मेरी आँखों से आँसु नहीं रुके,मेने अभी अभी मेरे पापा को खोया है, और इस story को मुझसे बेहतर शायद ही कोई समझ पायेगा,क्यू की बाकि सब के लिए ये महज एक कहानी है परन्तु मेरे लिए ये मेरी ही आप बीती है, दिल को अंदर तक छू गई है,! i miss my papa
  • author
    Neena Mandilwar
    23 ஜனவரி 2019
    कहानी में लेखिका की कहानी पढ़ने की उत्सुकता,लेखनी को जीवंत बना रही है।बधाई हो।
  • author
    Lalit Gujjar
    23 ஜனவரி 2019
    heart touching story, live dreams of a FATHER.
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rashi Saini
    08 ஜனவரி 2019
    शुरू से लेकर अन्त तक मेरी आँखों से आँसु नहीं रुके,मेने अभी अभी मेरे पापा को खोया है, और इस story को मुझसे बेहतर शायद ही कोई समझ पायेगा,क्यू की बाकि सब के लिए ये महज एक कहानी है परन्तु मेरे लिए ये मेरी ही आप बीती है, दिल को अंदर तक छू गई है,! i miss my papa
  • author
    Neena Mandilwar
    23 ஜனவரி 2019
    कहानी में लेखिका की कहानी पढ़ने की उत्सुकता,लेखनी को जीवंत बना रही है।बधाई हो।
  • author
    Lalit Gujjar
    23 ஜனவரி 2019
    heart touching story, live dreams of a FATHER.