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पांचवा पराठा

4.9
111

एक समय की बात है एक बहुत गरीब परिवार रहता था | उनके चार बच्चे थे  उनकी कोई आमदनी नहीं थी मजदूरी करके गुजारा करते थे | बच्चे बहुत छोटे थे कमाने वाला एक तो भर पेट खाना भी मुश्किल से मिलता था | तरह ...

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लेखक के बारे में
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Seema Pandey

Seema pandey

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    REKHA VERMA
    17 ജനുവരി 2022
    सच में बहुत बेहतरीन कहानी इसलिए तो कहा गया पूरा सच जाने बिना कोई निर्णय नहीं लेना चाहिए उसका अंजाम बुरा होता है जैसा कि इस कहानी से पता चलता है आपने बहुत ही प्यारी और सुंदर कहानी लिखी है
  • author
    Arti Pandey "Pandey"
    06 ജൂണ്‍ 2022
    बहुत ही कार वाली कहानी गरीबी की भयावहता मेरी जान क्या करूं गुजरता है आपने दर्शाया है अपनी कहानी के माध्यम से मेरी तो आंखों में आंसू आ गए
  • author
    Himlesh Verma
    17 ജനുവരി 2022
    bahut hi मार्मिक कहानी। इसलिए कहते हैं बिना पूरा सच जाने किसी निर्णय पर नहीं पहुंचना चाहिए
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    REKHA VERMA
    17 ജനുവരി 2022
    सच में बहुत बेहतरीन कहानी इसलिए तो कहा गया पूरा सच जाने बिना कोई निर्णय नहीं लेना चाहिए उसका अंजाम बुरा होता है जैसा कि इस कहानी से पता चलता है आपने बहुत ही प्यारी और सुंदर कहानी लिखी है
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    Arti Pandey "Pandey"
    06 ജൂണ്‍ 2022
    बहुत ही कार वाली कहानी गरीबी की भयावहता मेरी जान क्या करूं गुजरता है आपने दर्शाया है अपनी कहानी के माध्यम से मेरी तो आंखों में आंसू आ गए
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    Himlesh Verma
    17 ജനുവരി 2022
    bahut hi मार्मिक कहानी। इसलिए कहते हैं बिना पूरा सच जाने किसी निर्णय पर नहीं पहुंचना चाहिए