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#पंचतंत्र की एक कहानी

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एक कहानी है कि किसी  राज्य के राजा के लड़के बहुत बुद्धिहींन थे । राजा चिन्तित रहते थे कि  यदि लड़के नहीं सुधरे तो राज्य के भविष्य का क्या होगा ?   विष्णु दत्त शर्मा  नाम के एक पंडित ने राजा को ...

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लेखक के बारे में

ग्रामीण आंचल में पला । कानपुर से ग्रेजुएशन किया बचपन से साहित्यिक रुचि । विशेष रूप से से आध्यात्मिक साहित्य । लेख लिखने का शौक । दैनिक समाचार पत्र एवं पत्रिकाओं में कई लेख प्रकाशित हो चुके हैं ।् पुस्तक पथिक जाएगा कहाँ एवं स्वप्न सरोवर प्रकाशित हो चुकी है । बाराणसी शहर उत्तर प्रदेश का निवासी हूँ । जीवन के दो पडाव पार कर तीसरे की याञा चालू है । तीर्थाटन , पठन और लेखन मुख्य शौक हैं । यथा शक्ति समाज सेवा में भी हाथ बटालेता हूँ ।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Meenakshi Garg
    29 ജനുവരി 2022
    बहुत सुंदर रचना , वास्तविकता है अहम का भाव एकता होने नही देता जिसका प्रभाव " भारत तेरे टुकडे होगें " इतनी कहने की हिम्मत हो सकी ।
  • author
    MEENA KAUSHAL "KAUSHAL"
    27 ജനുവരി 2022
    शिक्षा प्रद कहानी
  • author
    26 ജനുവരി 2022
    सुन्दर प्रस्तुति!
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    Meenakshi Garg
    29 ജനുവരി 2022
    बहुत सुंदर रचना , वास्तविकता है अहम का भाव एकता होने नही देता जिसका प्रभाव " भारत तेरे टुकडे होगें " इतनी कहने की हिम्मत हो सकी ।
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    MEENA KAUSHAL "KAUSHAL"
    27 ജനുവരി 2022
    शिक्षा प्रद कहानी
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    26 ജനുവരി 2022
    सुन्दर प्रस्तुति!