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पागल हो गया है..

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मेरा दिल तो मेरा ही नाम भूल गया है मोहन... लगता है ये मुझसे भी ज्यादा पागल हो गया है.. ...

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लेखक के बारे में
author
Mohan Sharma

🌹आदमी सच बोलने की सज़ा पाता है.. इसलिए वो सच बोलने से घबराता है .🌹

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    kanhaiya khatri (. K. K .)
    25 अगस्त 2024
    मित्र ऐसा क्या देख लिया आपके दिल ने आपसे ज्यादा पागल हो गया अंदाज कायम है 👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
  • author
    mohan lal
    25 अगस्त 2024
    बहुत ही शानदार सृजन किया है आपने आपकी रचना से शीर्षक झलकता है मेरी रचना भी पड़े समीक्षा प्रोत्साहन राशि आशीर्वाद के रूप में ज़रूर प्रदान करें धन्यवाद🙏🌺🙏🌺💐🙏🌹🙏💐🙏💐🙏
  • author
    Ruchika Neema
    25 अगस्त 2024
    nice line 👌 👌👌👌👌👌👌👌
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    kanhaiya khatri (. K. K .)
    25 अगस्त 2024
    मित्र ऐसा क्या देख लिया आपके दिल ने आपसे ज्यादा पागल हो गया अंदाज कायम है 👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
  • author
    mohan lal
    25 अगस्त 2024
    बहुत ही शानदार सृजन किया है आपने आपकी रचना से शीर्षक झलकता है मेरी रचना भी पड़े समीक्षा प्रोत्साहन राशि आशीर्वाद के रूप में ज़रूर प्रदान करें धन्यवाद🙏🌺🙏🌺💐🙏🌹🙏💐🙏💐🙏
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    Ruchika Neema
    25 अगस्त 2024
    nice line 👌 👌👌👌👌👌👌👌