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पड़ी डंडी

4.3
611

नेताओं एवं उनके चाटुकारों की मनोदशा हास्य व्यंग्य की दृष्टि से!

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लेखक के बारे में

मुझे पढ़ोगे तो दिमाग की बत्ती जल उठेगी..!

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Writer
    13 जनवरी 2019
    ver very nice
  • author
    17 जनवरी 2019
    वर्तमान के राजनैतिक परिवेश को आपने अपनी इस कहानी में बखूबी बयान किया और जो संदेश आप देना चाहते हैं उसमें आप सफल हुए हैं कहानी में शब्दों का सटीक प्रयोग और सार्थक लेखन नज़र आता आज़कल जो दशा है देश के राज नीति की उसकी झलक हैं आपकी इस बेहतरीन कहानी में ,बहुत ख़ूब अदभुत, बेमिसाल सर जी।
  • author
    30 अप्रैल 2019
    अतिसुंदर रचना ........।कृपया मेरी रचना श्रीदुर्गाचरितमानस अवश्य पढ़े और अपनी समीक्षा दे सहृदय धन्यवाद
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    13 जनवरी 2019
    ver very nice
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    17 जनवरी 2019
    वर्तमान के राजनैतिक परिवेश को आपने अपनी इस कहानी में बखूबी बयान किया और जो संदेश आप देना चाहते हैं उसमें आप सफल हुए हैं कहानी में शब्दों का सटीक प्रयोग और सार्थक लेखन नज़र आता आज़कल जो दशा है देश के राज नीति की उसकी झलक हैं आपकी इस बेहतरीन कहानी में ,बहुत ख़ूब अदभुत, बेमिसाल सर जी।
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    30 अप्रैल 2019
    अतिसुंदर रचना ........।कृपया मेरी रचना श्रीदुर्गाचरितमानस अवश्य पढ़े और अपनी समीक्षा दे सहृदय धन्यवाद