🙏💐नमस्कार आदाब शस्त्रीकाल💐🙏
प्यारे साथियों एवं प्रतिलिपि पे मौजूद महान कवि कवयित्री और नोवेल तथा अन्य स्टोरी के सम्मानित रचनाकारों का हार्दिक आभार की आपने नाचीज़ के जज्बात को समझा और अपना प्यार दिया
मेरा नाम कमाल हुसैन उर्फ सोनू है
मै गोंण्डा_उत्तर प्रदेश से हूँ
मुझे बचपन से शायरी लिखने और पढ़ने का बहुत शौक था
लेकिन मेरे घर के हालात ठीक ना होने की वजह से मैं 5वीं क्लाश से आगे नहीं पढ पाया
लेकिन मैंने खुदको किताबों से कभी दूर नहीं होने दिया कभी नोवेल तो कभी कविता रोजाना अलग अलग रचनाकारों की किताबें पढता रहा और शायद इसी लिए मैंने आज थोड़ा बहुत लिखना सीखा और अभी तो आदत सी है लिखने की
मैनें सबसे पहली रचना भेदभाव लिखी जो आप लोगों को बेहद पसंद आई
आप लोगों की की समीक्षा ही मुझे उर्जा देती रही है और आगे भी मैं आप लोगों से निवेदन करता हूँ कि अपना प्यार और स्नेह मुझे देते रहे 🙏🙏💐💐💐💐💐💐💐
कलम जैसी कोई दवाई नहीं है
और काग़ज़ से मेरी रिहाई नहीं है
मजा आए जब करलो अहसास तुम भी
है खूने जिगर ये स्याही नहीं है
लिखावट के दम पर है मिटता मेरा गम
यूं ही बेवजह ये लिखाई नहीं है
अंजान था अंजान हूँ अंजान रहूगाँ
बस अब मैं इसी सर्त पे इंसान रहूगाँ
दुनियाँ का क्या है बेंचने दो जहन भी कमाल
मैं इंशा अल्लाह साहिबे इमान रहूगाँ!!
तेरी मुस्कान मेरी जान मैं लाऊं कहाँ से अब
और इस रुठे हुए दिल को मैं बहलाऊं कहाँ से अब
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
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