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ओ रे पिया

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ओ रे पिया,,, तुम भी समझ पाते हमारा हाल कि,,,, कितनी मशक्कत से छुपाना पड़ता हैं,, खुद को खुद के पहचान से,,,,,, ओ re Piya ,,, काश तुम भी समझ पाते यह एहसास कि कैसे छिप रहा प्यार की सांस,,,, इश्क ...

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लेखक के बारे में
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surbhi Tamrakar

https://www.instagram.com/shavi_1564?igsh=MXB6YTVqMGR1emdoZw== लिखना आसान हैं, पर हर किसी को समझा पाना आसान नहीं!मेरा नाम शावि ताम्रकार हैं, मैं एक विद्यार्थी हूं,और छत्तीसगढ़ से हूं।मुझे भले सात सुरों की बारीकियां सही से पता नहीं,पर ऐसे लगता हैं वर्ण और शब्दों से मैं सही से परिचित हूं।मुझे हिंदी, छत्तीसगढ़ी,अंग्रेजी भाषा का ज्ञान हैं,परंतु मूलत: हिंदी में लिखना मेरे लिए ज्यादा सहज हैं।मुझे लिखना , पढ़ना, सीखना पसंद हैं,और सबसे ज्यादा सीख को कविता में लिखने में आनंद आता हैं। तथा जीवन की व्यस्तता से कुछ समय अपनी रुचि के लिए देने का प्रयास मेरे लिए ऊर्जा हैं। मैं कोशिश करती हूं ,कि सभी के रचना पढ़ पाऊं,पर समय सीमा मेरे लिए अभी जरूरी हैं।आपके सुझाव ,सलाह देते रहे।एवं अतिआवश्यक होने पर ही मैसेज करे।

समीक्षा
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  • author
    26 फ़रवरी 2023
    बहुत ही खूबसूरत पंक्तियां
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    Brahmwati Sharma
    10 फ़रवरी 2023
    बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति करण
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    26 फ़रवरी 2023
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    Brahmwati Sharma
    10 फ़रवरी 2023
    बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति करण