🌻 "माँ शारदे" 🌻 हर शब्द तेरा,हर गीत तुमसे,वेदों की भाषा,पुराणों की वाणी। हे शारदे माँ तू श्वेतवर्णी कमल पर विराजे। हाथों में वीणा, मुकुट सिर पर साजे। वन्दना कर शीश नवाँऊ जिनकी संगत से ...
लेखिका : कमला नेगी,अध्यापिका पद मुक्त।
हमने जीवन के घटित तथ्यों,कुछ सामाजिक व मानवीय मूल्यों को अपनी रचनात्मक क्षमता व विधाओं द्वारा कुछ यथार्थ कुछ कल्पनाशक्ति द्वारा लेखन को सृजन करने की कोशिश की है।
कुछ पारमार्थिक आलेख,सत्य आधारित कथाऐं प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। आशा है पाठकगणों को आनंद की अनुभूति होगी।
सारांश
लेखिका : कमला नेगी,अध्यापिका पद मुक्त।
हमने जीवन के घटित तथ्यों,कुछ सामाजिक व मानवीय मूल्यों को अपनी रचनात्मक क्षमता व विधाओं द्वारा कुछ यथार्थ कुछ कल्पनाशक्ति द्वारा लेखन को सृजन करने की कोशिश की है।
कुछ पारमार्थिक आलेख,सत्य आधारित कथाऐं प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। आशा है पाठकगणों को आनंद की अनुभूति होगी।
रिपोर्ट की समस्या
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