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निर्णय

4.5
15502

ट्रेन में बैठते हुए लग रहा था कि ये सफर कितना लम्बा है। हालांकि 4 घण्टे का सफर उतना भी उबाऊ नही होता पर फिर भी विभा को ट्रेन का सफर बिलकुल भी अच्छा नही लगता था। थोड़े मनोरंजन के लिए उसने कानो में ...

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  • author
    Vivek Malik
    09 मार्च 2020
    एक्स का दोस्त होना बुरा नहीं है लेकिन ऐसा ना हो कि वाह शादी शुदा जिंदगी मेँ परेशानी का सबब बन जाये, विभा बड़ी मुश्किल से राहुल को खुद से दूर कर पायी और अगर उसने राहुल को मित्र के तौर पर भी अपनी जिंदगी मेँ आने दिया होता तो शायद वह अपने पति को धोखा देती, एक समझदारी भरा निर्णय विभा ने लिया... एक बेहद अहम् संदेश देती कहानी... मेरा नमन स्वीकार करें !!
  • author
    14 अगस्त 2018
    राहुल बेहद खुदगर्ज इंसान था। जब उसकी खुद की शादी बर्बाद हो रही थी तो विभा का दोस्त बन उसकी शादीशुदा जिंदगी बर्बाद करने में हिचकिचा नहीं रहा था। विभा ने अपने पति के प्रति अपनी वफ़ादारी निभाई। बहुत ख़ूब।
  • author
    Swarn Lata Purohit
    09 मार्च 2019
    sahi kiya vibha n..rahul uske ,uske pyar k layek hi ni tha ....nice story 👏👏👌👌👌👌👌👌
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    Vivek Malik
    09 मार्च 2020
    एक्स का दोस्त होना बुरा नहीं है लेकिन ऐसा ना हो कि वाह शादी शुदा जिंदगी मेँ परेशानी का सबब बन जाये, विभा बड़ी मुश्किल से राहुल को खुद से दूर कर पायी और अगर उसने राहुल को मित्र के तौर पर भी अपनी जिंदगी मेँ आने दिया होता तो शायद वह अपने पति को धोखा देती, एक समझदारी भरा निर्णय विभा ने लिया... एक बेहद अहम् संदेश देती कहानी... मेरा नमन स्वीकार करें !!
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    14 अगस्त 2018
    राहुल बेहद खुदगर्ज इंसान था। जब उसकी खुद की शादी बर्बाद हो रही थी तो विभा का दोस्त बन उसकी शादीशुदा जिंदगी बर्बाद करने में हिचकिचा नहीं रहा था। विभा ने अपने पति के प्रति अपनी वफ़ादारी निभाई। बहुत ख़ूब।
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    Swarn Lata Purohit
    09 मार्च 2019
    sahi kiya vibha n..rahul uske ,uske pyar k layek hi ni tha ....nice story 👏👏👌👌👌👌👌👌