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निर्मला सीतारमण एक संघर्ष और सादगी

4.5
3987

एक अद्भुत संघर्ष और महान आत्मा की कहानी

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लेखक के बारे में
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सतीश यादव

मै प्रोफेसनल लेखक नहीं हूं। मै तो एक सरकारी कर्मचारी हूं जो खाली समय में कुछ लिखने की कोशिश करता रहता हूं। आप सब प्रिय पाठकों की अमूल्य समीक्षायें मुझे हमेशा उत्तरोत्तर सुधार, मार्गदर्शित और प्रेरित करती हैं।

समीक्षा
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  • author
    nutan sing
    15 మార్చి 2021
    अगर निर्मला सीतारमण जी ने इतने ही संघर्ष किए हैं तो वह गरीबों को क्यों नहीं समझती क्यों इस सरकार के होने पर गरीबों की नौकरियां जा रही है एक भाई ने लिखा है कि उन्हें प्यार से महंगा होने से कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन भाई सिर्फ आपको फर्क पड़ने या ना पढ़ने से कुछ नहीं होता यहां हर एक चीज महंगी है तो क्या आप हवा खा कर चलते हैं और इस सरकार के होने से सब चीज प्राइवेट हो रहा है क्या इतने संघर्ष के बाद यह सरकार या निर्मला सीतारमण जी गरीबों को समझती है वैसे तो हर कोई अपने जिंदगी में संघर्ष करता है जैसे कि ए पी जे अब्दुल कलाम जी थे
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    03 అక్టోబరు 2020
    मै प्याज नही खाता , मुझे प्याज महंगा हो सकता हो कोई फर्क नही पड़ता
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    satyam singh
    15 ఏప్రిల్ 2019
    अति सुन्दर व्यतित्व को आपने और सुन्दर तरीके से लिखा। नमन आपको
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    nutan sing
    15 మార్చి 2021
    अगर निर्मला सीतारमण जी ने इतने ही संघर्ष किए हैं तो वह गरीबों को क्यों नहीं समझती क्यों इस सरकार के होने पर गरीबों की नौकरियां जा रही है एक भाई ने लिखा है कि उन्हें प्यार से महंगा होने से कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन भाई सिर्फ आपको फर्क पड़ने या ना पढ़ने से कुछ नहीं होता यहां हर एक चीज महंगी है तो क्या आप हवा खा कर चलते हैं और इस सरकार के होने से सब चीज प्राइवेट हो रहा है क्या इतने संघर्ष के बाद यह सरकार या निर्मला सीतारमण जी गरीबों को समझती है वैसे तो हर कोई अपने जिंदगी में संघर्ष करता है जैसे कि ए पी जे अब्दुल कलाम जी थे
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    03 అక్టోబరు 2020
    मै प्याज नही खाता , मुझे प्याज महंगा हो सकता हो कोई फर्क नही पड़ता
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    satyam singh
    15 ఏప్రిల్ 2019
    अति सुन्दर व्यतित्व को आपने और सुन्दर तरीके से लिखा। नमन आपको