भक्त की भाव.... दुनिया बनाये गुरु...साकार! फिर आप क्यों हो निराकार? मुझे समझ नही आता ये चमत्कार! रंग बिरंग के बने जीव संसार। ......................................... परमपिता का भाव--- मैं कहा ...
मेरा नाम दिनेश कुमार जोशी है मैं पेशे से एक शिक्षक हु। मैं छतीसगढ़ के अंतर्गत दुर्ग जिले का निवासी हु। मैं सत्य के समीप कविता ,गीत लिखना पसन्द करता हूं। एवं समय का सदुपयोग करना मेरा फितरत है।
सारांश
मेरा नाम दिनेश कुमार जोशी है मैं पेशे से एक शिक्षक हु। मैं छतीसगढ़ के अंतर्गत दुर्ग जिले का निवासी हु। मैं सत्य के समीप कविता ,गीत लिखना पसन्द करता हूं। एवं समय का सदुपयोग करना मेरा फितरत है।
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