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निंदिया रानी

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"आसमान से हँसती-गाती धरती पर, एक सोन-परी आई है; बच्चों के सिरहाने उसने बैठकर, संगीत की मीठी धुन सुनाई है। उसकी मीठी धुन को सुनकर, बच्चों को निंदिया आई है; सुंदर-सी वो परी है पर निंदिया रानी कहलाई ...

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लेखक के बारे में
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Anjali Singhal

"जज़्बात, एहसास, अरमान और कल्पनाओं को, अल्फ़ाज़ों में पिरोकर लिखती हूँ। प्रतिलिपि के सभी साथियों से, प्रोत्साहन और सराहना चाहती हूँ।।" 🙏🙏 "लिखने से मुझे ख़ुशी मिलती ख़ुशियाँ लिखूँ अपार, पहुँच भी पाती है क्या सबके हृदय तक मेरे शब्दों की झंकार। दिल से लिखती हूँ मैं भी कोशिश रहती है बरकरार, लेखन मेरी साधना है इसे बस सबकी रूह तक दूँ उतार।।"

समीक्षा
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  • author
    🍁🍁
    14 मई 2022
    बहुत बहुत बहुत प्यारी सी रचना.... अंजलि जी 💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓
  • author
    मनोज चौकीकर
    15 मई 2022
    बहुत ही लाजवाब प्रस्तुति,,,,अंजलि_जी🌺🌺🙏🙏
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    🍁🍁
    14 मई 2022
    बहुत बहुत बहुत प्यारी सी रचना.... अंजलि जी 💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓💓
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    मनोज चौकीकर
    15 मई 2022
    बहुत ही लाजवाब प्रस्तुति,,,,अंजलि_जी🌺🌺🙏🙏