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निंदा करूँ या उत्साहवर्धन

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उसकी यादों का बस सहारा है। एक नदी जिसके दो किनारा है। इस तरफ तुम्हारा और उस तरफ हमारा है। बीच भवर में फसा एक बेसहारा है। पुकार उसकी अब विफल चली जाती है। जल जब जब सर से उपर बहने लग जाती है। वो ...

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kumar gupta

💐 मेरी रचनाओं में 'सपना' सिर्फ़ एक कल्पना है और कुछ भी नहीं 💕

समीक्षा
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    08 நவம்பர் 2023
    ⣿⣿⣿⣿⣿⣿⣿⣿⣿『n』『i』『c』『e』⣿⣿⣿⣿⣿⣿⣿⣿⣿ 𝕭𝖆𝖍𝖚𝖙 𝖆𝖈𝖈𝖍𝖆 𝖑𝖎𝖐𝖍𝖆 𝖎𝖘𝖎 𝖕𝖗𝖆𝖐𝖆𝖗 𝖆𝖆𝖕 𝖞𝖚𝖍𝖎 𝖑𝖎𝖐𝖍𝖙𝖊 𝖗𝖆𝖍𝖊 𝕆𝕣 𝕙𝕞𝕒𝕣𝕖 𝕝𝕖𝕒 𝕒𝕒𝕤𝕚 𝕙𝕚 𝕣𝕒𝕔𝕙𝕟𝕒 𝕝𝕒𝕥𝕖 𝕣𝕒𝕙𝕖𝕟 ꧁༺✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍༻꧂ ۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵ ┊⠀⠀⠀⠀⢀⣀⣀⡀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⣠⠾⠛⠶⣄⢀⣠⣤⠴⢦⡀⠀⠀⠀⠀┊ ┊⠀⠀⠀⢠⡿⠉⠉⠉⠛⠶⠶⠖⠒⠒⣾⠋⠀⢀⣀⣙⣯⡁⠀⠀⠀⣿⠀⠀⠀⠀┊ ┊⠀⠀⠀⢸⡇⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⢸⡏⠀⠀⢯⣼⠋⠉⠙⢶⠞⠛⠻⣆⠀⠀⠀┊ ┊⠀⠀⠀⢸⣧⠆⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠻⣦⣤⡤⢿⡀⠀⢀⣼⣷⠀⠀⣽⠀⠀⠀┊ ┊⠀⠀⠀⣼⠃⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠉⠙⢏⡉⠁⣠⡾⣇⠀⠀⠀┊ ┊⠀⠀⢰⡏⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠙⠋⠉⠀⢻⡀⠀⠀┊ ┊⣀⣠⣼⣧⣤⠀⠀⠀⣀⡀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⣀⡀⠀⠀⠐⠖⢻⡟⠓⠒┊ ┊⠀⠀⠈⣷⣀⡀⠀⠘⠿⠇⠀⠀⠀⢀⣀⣀⠀⠀⠀⠀⠿⠟⠀⠀⠀⠲⣾⠦⢤⠀┊ ┊⠀⠀⠋⠙⣧⣀⡀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠘⠦⠼⠃⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⢤⣼⣏⠀⠀⠀┊ ┊⠀⠀⢀⠴⠚⠻⢧⣄⣀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⣀⣤⠞⠉⠉⠓⠀⠀┊ ┊⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠈⠉⠛⠛⠶⠶⠶⣶⣤⣴⡶⠶⠶⠟⠛⠉⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀┊ ۵۵ ﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵ ⣿⣿⣿⣿⣿⠿⠿⠿⠿⠛⠛⠛kྂeྂeྂpྂ wྂrྂiྂtྂtྂiྂnྂgྂ⠛⠛⠛⠿⠿⠿⠿⣿⣿⣿⣿⣿
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    19 நவம்பர் 2023
    वैसे तो पूरी कविता ऐसी है, जिसकी तारीफ करने के लिए शब्द नहीं हैं हमारे पास... पर दो लाइन दिल को छू गई.. समा जाऊँ नदी की इस जलधारा में.. या खुद से कोशिश बार बार करूं.. हो सके तो कविराज को अपनी ही लिखी दूसरी लाइन पर अमल करना चाहिए 🌺🌺🌺🌺
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    09 நவம்பர் 2023
    पहली बात तो निंदा करना बुरी बात है, अतः उत्साहवर्धन ही करना अधिक उचित होगा। 😊 😊 😊 राधे राधे 🙏 🌷 🙏
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    08 நவம்பர் 2023
    ⣿⣿⣿⣿⣿⣿⣿⣿⣿『n』『i』『c』『e』⣿⣿⣿⣿⣿⣿⣿⣿⣿ 𝕭𝖆𝖍𝖚𝖙 𝖆𝖈𝖈𝖍𝖆 𝖑𝖎𝖐𝖍𝖆 𝖎𝖘𝖎 𝖕𝖗𝖆𝖐𝖆𝖗 𝖆𝖆𝖕 𝖞𝖚𝖍𝖎 𝖑𝖎𝖐𝖍𝖙𝖊 𝖗𝖆𝖍𝖊 𝕆𝕣 𝕙𝕞𝕒𝕣𝕖 𝕝𝕖𝕒 𝕒𝕒𝕤𝕚 𝕙𝕚 𝕣𝕒𝕔𝕙𝕟𝕒 𝕝𝕒𝕥𝕖 𝕣𝕒𝕙𝕖𝕟 ꧁༺✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍༻꧂ ۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵ ┊⠀⠀⠀⠀⢀⣀⣀⡀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⣠⠾⠛⠶⣄⢀⣠⣤⠴⢦⡀⠀⠀⠀⠀┊ ┊⠀⠀⠀⢠⡿⠉⠉⠉⠛⠶⠶⠖⠒⠒⣾⠋⠀⢀⣀⣙⣯⡁⠀⠀⠀⣿⠀⠀⠀⠀┊ ┊⠀⠀⠀⢸⡇⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⢸⡏⠀⠀⢯⣼⠋⠉⠙⢶⠞⠛⠻⣆⠀⠀⠀┊ ┊⠀⠀⠀⢸⣧⠆⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠻⣦⣤⡤⢿⡀⠀⢀⣼⣷⠀⠀⣽⠀⠀⠀┊ ┊⠀⠀⠀⣼⠃⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠉⠙⢏⡉⠁⣠⡾⣇⠀⠀⠀┊ ┊⠀⠀⢰⡏⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠙⠋⠉⠀⢻⡀⠀⠀┊ ┊⣀⣠⣼⣧⣤⠀⠀⠀⣀⡀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⣀⡀⠀⠀⠐⠖⢻⡟⠓⠒┊ ┊⠀⠀⠈⣷⣀⡀⠀⠘⠿⠇⠀⠀⠀⢀⣀⣀⠀⠀⠀⠀⠿⠟⠀⠀⠀⠲⣾⠦⢤⠀┊ ┊⠀⠀⠋⠙⣧⣀⡀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠘⠦⠼⠃⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⢤⣼⣏⠀⠀⠀┊ ┊⠀⠀⢀⠴⠚⠻⢧⣄⣀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⣀⣤⠞⠉⠉⠓⠀⠀┊ ┊⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠈⠉⠛⠛⠶⠶⠶⣶⣤⣴⡶⠶⠶⠟⠛⠉⠀⠀⠀⠀⠀⠀⠀┊ ۵۵ ﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵﹏۵۵ ⣿⣿⣿⣿⣿⠿⠿⠿⠿⠛⠛⠛kྂeྂeྂpྂ wྂrྂiྂtྂtྂiྂnྂgྂ⠛⠛⠛⠿⠿⠿⠿⣿⣿⣿⣿⣿
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    19 நவம்பர் 2023
    वैसे तो पूरी कविता ऐसी है, जिसकी तारीफ करने के लिए शब्द नहीं हैं हमारे पास... पर दो लाइन दिल को छू गई.. समा जाऊँ नदी की इस जलधारा में.. या खुद से कोशिश बार बार करूं.. हो सके तो कविराज को अपनी ही लिखी दूसरी लाइन पर अमल करना चाहिए 🌺🌺🌺🌺
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    09 நவம்பர் 2023
    पहली बात तो निंदा करना बुरी बात है, अतः उत्साहवर्धन ही करना अधिक उचित होगा। 😊 😊 😊 राधे राधे 🙏 🌷 🙏