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निमाई --चैतन्य महाप्रभु

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घर के पास नीम का  पेड़ था बालक वहीं खेलता रहता तो माँ शची देवी ने नाम रखा निमाई।गौरवर्णी सुन्दर बालक को सब पुकारते गौरांग ,पिता जगन्नाथ   मिश्र ने नाम दिया विश्वम्भर  और हम सब उसे हरे कृष्ण हरे ...

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लेखक के बारे में
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डॉ रेनु सिंह

उम्र के उस पड़ाव पर हूँ जहाँ अनुभवों के अलावा जीवन में कोई आकांक्षा, इच्छा नहीं रहती।जब मन कुछ भटकने लगता है, कुछ ढूंढने लगता है तो शब्दों का सहारा लेना ही उचित लगता है। मैंने संस्कृत में Ph D की है लेकिन नाम के साथ Dr नहीं लगाया। शादी के 30 साल बाद प्रतिलिपि के मंच पर जब लिखने का प्रयास किया तो लेखन के शैशव काल मे डिग्री का नाम देना कुछ अटपटा सा लगा। भाव और विचार आने ही क्षीण हो गए थे। प्रतिलिपि के एक से एक अच्छे लेखकों को पढ़ कर उनके बीच अपना अस्तित्व बनाये रखने की जद्दोजहद करती हूँ ।सफलता या असफलता आप की समीक्षा पर आधारित होती है। आप लोगों से जुड़ कर लगा कि लेखकों के इस विस्तृत समूह को अपनी शिक्षा से परिचित तो करा ही सकती हूँ। प्रतिलपी के मित्रों के सहयोग से मेरा मार्गदर्शन होता रहे इसी कामना के साथ आप सभी का अभिनन्दन करती हूँ। प्रतिलिपि के कुछ स्नेहिल पाठकों और लेखिका वीनू आहूजा जी ने मुझसे अनुरोध किया कि मैं अपने नाम के आगे डॉ लगाऊँ। इसलिये आज उनकी इच्छा रखते हुए मैंने अपनी प्रोफाइल में नाम डॉ रेनु सिंह कर दिया है।

समीक्षा
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    श्वेता विजय mishra
    25 मार्च 2021
    बहुत-बहुत भावपूर्ण भक्ति में शानदार रचना लिखी आपने इनकी एक किताब मैंने अपने किसी परिचित के यहां देखी थी मन कर रहा था पढ़ने का मगर समय अभाव के कारण पढ़ नहीं पाए आज आपकी इस रचना को पढ़कर बहुत बहुत मन को खुशी और शांति हुई🙏🙏🙏💐💐💐
  • author
    25 मार्च 2021
    बहुत सुंदर मनोहारी परिदृश्य आहा मन मुग्ध हो गया जय चैतन्य महाप्रभु जी हरि बोल हरि बोल हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।। जय श्री राधे 🌹 जय श्री श्याम 🙏
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    Preetima Bhadouria
    25 मार्च 2021
    धर्म, श्रद्धा, आस्था,भक्ति और हमारे पौराणिक ग्रन्थों के प्रति प्रेम व अध्यात्म से सिक्त सुंदर ,सुखद,प्रेरक संकलन किया आपने। सुंदर प्रस्तुति।
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    श्वेता विजय mishra
    25 मार्च 2021
    बहुत-बहुत भावपूर्ण भक्ति में शानदार रचना लिखी आपने इनकी एक किताब मैंने अपने किसी परिचित के यहां देखी थी मन कर रहा था पढ़ने का मगर समय अभाव के कारण पढ़ नहीं पाए आज आपकी इस रचना को पढ़कर बहुत बहुत मन को खुशी और शांति हुई🙏🙏🙏💐💐💐
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    25 मार्च 2021
    बहुत सुंदर मनोहारी परिदृश्य आहा मन मुग्ध हो गया जय चैतन्य महाप्रभु जी हरि बोल हरि बोल हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।। जय श्री राधे 🌹 जय श्री श्याम 🙏
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    Preetima Bhadouria
    25 मार्च 2021
    धर्म, श्रद्धा, आस्था,भक्ति और हमारे पौराणिक ग्रन्थों के प्रति प्रेम व अध्यात्म से सिक्त सुंदर ,सुखद,प्रेरक संकलन किया आपने। सुंदर प्रस्तुति।