नीलकंठ वर्णी अथवा स्वामीनारायण का जन्म उत्तरप्रदेश में हुआ था। इनके जन्म के पश्चात् ज्योतिषियों ने देखा कि इनके हाथ और पैर पर “ब्रज उर्धव रेखा” और “कमल के फ़ूल” का निशान बना हुआ हैं। इसी समय ...
अद्भुत..... मैं भगवान के पड़ोसी जनपद से हूँ.... पर यह विडम्बना रही या मेरा कम ज्ञान कि मुझे इतना पता ही नही था....... धन्यवाद लेखक महोदय जो आपने यह लेख उपलब्ध कराया
लेखन धाराप्रवाह है...... इसलिए पढ़ते वक्त असीम आनंद मिला👏👏👏🙏
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अद्भुत..... मैं भगवान के पड़ोसी जनपद से हूँ.... पर यह विडम्बना रही या मेरा कम ज्ञान कि मुझे इतना पता ही नही था....... धन्यवाद लेखक महोदय जो आपने यह लेख उपलब्ध कराया
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