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नए पड़ोशी शाम ढल रही थी। वृक्षों आपस में क्षेमकुशल पूछते आपसी सान्निध्य का आनंद ले रहे थे। "तेरे पर खिला फूल किसी मानव स्त्री के ज़ुडे में पिरोया हो ऐसी शोभा देता है . तेरी ये मादक सुगंध! मार डाला ...