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प्राकृतिक सौन्दर्य

3.7
554

आज फिर एक अरसे बाद इन हलके नीले बादलों के तले बैठकर, चन्द टिमटिमाते तारों की छांव में प्रकृति से बातें करते खुद को यूँ देखना अच्छा लग रहा है... एक वर्ष होने को आया प्रकृति से रूबरू हुए.... ये पत्तों ...

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समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    अंतरा ..
    31 जनवरी 2016
    Good 1... :)
  • author
    सालिक अनवर
    25 अगस्त 2017
    रात में नीले बादल और दुख सहकर दोसरों को सुख पहुंचाने को कारोबार कहना अजीब लगता है। आपकी सोच में गहराई है, बस लेखन में भी उसे उतार लिजिए। शुभकामनाएं
  • author
    Bp Vishwakarma
    09 अक्टूबर 2018
    manav nirmit saundary chhodkar nature saundrya adwiteey hai
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    अंतरा ..
    31 जनवरी 2016
    Good 1... :)
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    सालिक अनवर
    25 अगस्त 2017
    रात में नीले बादल और दुख सहकर दोसरों को सुख पहुंचाने को कारोबार कहना अजीब लगता है। आपकी सोच में गहराई है, बस लेखन में भी उसे उतार लिजिए। शुभकामनाएं
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    Bp Vishwakarma
    09 अक्टूबर 2018
    manav nirmit saundary chhodkar nature saundrya adwiteey hai