pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

नारी हूँ मैं केवल इस लिए मुझ पर गर्व नहीं

4.3
396

मैं जन्म ले नहीं सकती गर्भ में ही मार दी जाती हूँ अजन्मी ! ये कर नहीं सकती वो नहीं कर सकती बेटी हो! मैं खेल खेल नहीं सकती हाथ पाँव टूट जाएगें ब्याह कौन करेगा! पेड़ों पर चढ़ नहीं सकती मेरे साये से ये ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    भावना खत्री
    02 फ़रवरी 2024
    अदभुत 👌👌👌👌👌👌👌👌👌👍😍 read my story
  • author
    renu kapoor very innovative
    17 जून 2022
    वाह क्या खूब लिखा है आपने
  • author
    Aisha Agja
    15 मई 2020
    बहोत खूब लिखा है आपने।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    भावना खत्री
    02 फ़रवरी 2024
    अदभुत 👌👌👌👌👌👌👌👌👌👍😍 read my story
  • author
    renu kapoor very innovative
    17 जून 2022
    वाह क्या खूब लिखा है आपने
  • author
    Aisha Agja
    15 मई 2020
    बहोत खूब लिखा है आपने।