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#नमकीन_चाय

4.5
30312

जहां प्यार बहुत ज्यादा हो वहां झगड़े का होना स्वाभाविक है, और वहां उसे खो देने का डर भी बना रहता है.. शक वो दिवार है जो रिश्तों को तोड़ देती है.. जिसे सिर्फ प्यार ही हरा सकता है...

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लेखक के बारे में
author
नितेश शर्मा
समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    geeta chaudhary
    02 जुलाई 2020
    kahani bht achhi hai...lakin shayd mai dhara ki jagha hoti to wapas dhuruv ki naa ho paati...kyuki vishwas ki dor jo ek baar tooti to dobara juddni mushkil hai....kahani ke liye badhayi apko
  • author
    Indu Shrivastava
    23 दिसम्बर 2020
    ..
  • author
    Indu Sharma
    13 दिसम्बर 2020
    बेइंतहा प्यार में ऐसा ही होता है, क्योंकि वो जिसे चाहता है, उसे किसी और के साथ देखना गंवारा नहीं होता है! और इस कहानी में यही सब हुआ, लेकिन आंसुओं की नमकीन चाय ने शक सुवहा मिटा दिया और दोनों फिर से एक हो गये!
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  • author
    geeta chaudhary
    02 जुलाई 2020
    kahani bht achhi hai...lakin shayd mai dhara ki jagha hoti to wapas dhuruv ki naa ho paati...kyuki vishwas ki dor jo ek baar tooti to dobara juddni mushkil hai....kahani ke liye badhayi apko
  • author
    Indu Shrivastava
    23 दिसम्बर 2020
    ..
  • author
    Indu Sharma
    13 दिसम्बर 2020
    बेइंतहा प्यार में ऐसा ही होता है, क्योंकि वो जिसे चाहता है, उसे किसी और के साथ देखना गंवारा नहीं होता है! और इस कहानी में यही सब हुआ, लेकिन आंसुओं की नमकीन चाय ने शक सुवहा मिटा दिया और दोनों फिर से एक हो गये!