pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

नमी 😢💔

5
19

मेरी कहानी में दुबारा वहीं बात दोहराई गई      मेरे हिस्से में आज भी वहीं आंखों की नमी ही आई।।                                          🖤 मिनुआ कचारी 🖤✍️ ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

मैं कोई लेखिका नहीं हूं, लेकिन कभी कभी अपने दिल की बातों को शब्दों में उतार लेती हूं।😊💕💕

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    kanhaiya khatri (. K. K .)
    12 November 2024
    वाह लाजवाब 👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
  • author
    11 November 2024
    मेरी कहानी में वही बात गई दोहराई। मेरे हिस्से में आज भी आंखों की नमी आई। बहुत खूब बहुत खूब बहुत खूब। आदरणीय आप कहते हैं कि आप लेखिका नहीं है पर बात इतनी गहरी कहती है, कि अच्छे-अच्छे लेखक भी इतना अच्छा नहीं कह पाए। आदरणीय हमारा प्रणाम स्वीकार कीजिए सादर शिवा
  • author
    Deepak Kagra "Deepu"
    11 November 2024
    दिल से लिखा हुआ 👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    kanhaiya khatri (. K. K .)
    12 November 2024
    वाह लाजवाब 👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
  • author
    11 November 2024
    मेरी कहानी में वही बात गई दोहराई। मेरे हिस्से में आज भी आंखों की नमी आई। बहुत खूब बहुत खूब बहुत खूब। आदरणीय आप कहते हैं कि आप लेखिका नहीं है पर बात इतनी गहरी कहती है, कि अच्छे-अच्छे लेखक भी इतना अच्छा नहीं कह पाए। आदरणीय हमारा प्रणाम स्वीकार कीजिए सादर शिवा
  • author
    Deepak Kagra "Deepu"
    11 November 2024
    दिल से लिखा हुआ 👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻