pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

नहीं मिलते.. !!

4.4
1263

लिखने बैठु तो अल्फाज़ नहीं मिलते.. दिल जहाँ मिले, जज़्बात नहीं मिलते.. क्या करें पलकें अपनी बिछा कर.. कभी वो, कभी ख्वाब नहीं मिलते.. एक सी बातें करते हैं जो.. अक्सर उनके खयालात नहीं मिलते.. अंत नहीं ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
જય દુબે

Jay_4_J..

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Pinki Yadav
    08 नवम्बर 2019
    Dil Jo chhu Lene wale shabd 💐
  • author
    अजयंती शंकर
    15 जून 2021
    बहुत अच्छा लिखा।👌
  • author
    Rupali Vallabh
    28 फ़रवरी 2021
    बहोत खूबसूरत...
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Pinki Yadav
    08 नवम्बर 2019
    Dil Jo chhu Lene wale shabd 💐
  • author
    अजयंती शंकर
    15 जून 2021
    बहुत अच्छा लिखा।👌
  • author
    Rupali Vallabh
    28 फ़रवरी 2021
    बहोत खूबसूरत...