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माय सेकेण्ड लव

4.2
4763

मेहा का व्यक्तित्व बिल्कुल बादल की भाँति प्रेम बरसाने वाला था। वो बादल की तरह बिल्कुल स्वतंत्र थी। उतनी ही चंचल और उतनी ही गंभीर..!!

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लेखक के बारे में
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Parth Sarthi Gour

मेरे लफ़्ज़ों में भले लतीफों की इल्मीयत ना हो..!! रूह मेरी आज भी इंकलाब गुनगुनाया करती है..!!

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Arvind Mehra
    25 जनवरी 2019
    कहानी पढ़कर लगा कि कहानी भी औसत है,,, लेकिन अच्छी है,,,
  • author
    Anjali Joshi "अनमोल"
    17 जुलाई 2021
    बिना संघर्ष किए हार मान लेना एक ग़लत फैसला है । प्रेम है और इतना गहरा है तो उसे पूरा करने की हरसंभव कोशिश तो की ही जाना चाहिए , कहानी में ऐसा कोई प्रयास नहीं किया नायक ने क्योंकि जिस तरह से वो औसत था उसका प्रेम भी औरत ही था । उसके प्रेम में गहराई नहीं थी।
  • author
    🌿माया जोगन🌿
    17 जुलाई 2021
    कया‌ कहूं शब्द नहीं ‌मेरे‌ पास ‌। बहुत अच्छी कहानी।सुपर ।
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    आपकी रेटिंग

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    Arvind Mehra
    25 जनवरी 2019
    कहानी पढ़कर लगा कि कहानी भी औसत है,,, लेकिन अच्छी है,,,
  • author
    Anjali Joshi "अनमोल"
    17 जुलाई 2021
    बिना संघर्ष किए हार मान लेना एक ग़लत फैसला है । प्रेम है और इतना गहरा है तो उसे पूरा करने की हरसंभव कोशिश तो की ही जाना चाहिए , कहानी में ऐसा कोई प्रयास नहीं किया नायक ने क्योंकि जिस तरह से वो औसत था उसका प्रेम भी औरत ही था । उसके प्रेम में गहराई नहीं थी।
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    🌿माया जोगन🌿
    17 जुलाई 2021
    कया‌ कहूं शब्द नहीं ‌मेरे‌ पास ‌। बहुत अच्छी कहानी।सुपर ।