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मुसाफिर....

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तू मुसाफिर बनके आया था मेरे दिल का मेहमान बन गया तू कितना अंजान था मेरे लिये अब तो मेरी जानही बन गया ...

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समीक्षा
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  • author
    🎭💫मीरा 🥰✨✨
    28 मार्च 2025
    वाह... बहुत खुब 👌👌😍🥰 मुसाफिर तो अनजान होते हैं दिल को छू जाए तो जान बन जाते है अनजान से अपनेपन का रिश्ता बन जाता है ताउम्र ये दिल के ये सबसे करीब होता है...🤗😍
  • author
    कल्पना💞 Only Idea 💞
    28 मार्च 2025
    माशा अल्लाह... सुभान अल्लाह... क्या बेहतरीन पेशकश अदा की है मोहतर्मा 🙏🙏👌👌👌👌👌🌹🌹🌹🌹🤗🤗
  • author
    Sonali Patil
    29 मार्च 2025
    वाह... क्या बात है... 🥳😊बहोत खूब लिखा हैं 👌👌👌✍️💐
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    🎭💫मीरा 🥰✨✨
    28 मार्च 2025
    वाह... बहुत खुब 👌👌😍🥰 मुसाफिर तो अनजान होते हैं दिल को छू जाए तो जान बन जाते है अनजान से अपनेपन का रिश्ता बन जाता है ताउम्र ये दिल के ये सबसे करीब होता है...🤗😍
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    कल्पना💞 Only Idea 💞
    28 मार्च 2025
    माशा अल्लाह... सुभान अल्लाह... क्या बेहतरीन पेशकश अदा की है मोहतर्मा 🙏🙏👌👌👌👌👌🌹🌹🌹🌹🤗🤗
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    Sonali Patil
    29 मार्च 2025
    वाह... क्या बात है... 🥳😊बहोत खूब लिखा हैं 👌👌👌✍️💐