pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

मुंज और राजा भोज --> (प्रेरक कथा)

5
184

पांच वर्ष की अल्पायु में ही राजा भोज के पिता का देहांत हो गया था । मरते समय राजा ने अपने भ्राता मुंज को राज्यभार देते हुए कहा था कि मेरा बेटा भोज जब बड़ा हो जाए तो मेरा राज- पाट ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Samta Parmeshwar

मैं एक गृहिणी हूं।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Krishna Shukla
    17 मार्च 2021
    बहुत बढ़िया लिखा है. राजा भोज के विचार ही उनका व्यक्तित्व कैसा था बताने मेँ समर्थ है,
  • author
    शानदार और जानदार प्रस्तुति बेहतरीन अभिव्यक्ति प्रेरणादायक कहानी लिखी है। बखूबी चित्रण किया है
  • author
    Kiran Pandey
    17 मार्च 2021
    बहुत सुन्दर "भोपाल " नाम की ऐतिहासिक कहानी ..👌🏼👌🏼
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Krishna Shukla
    17 मार्च 2021
    बहुत बढ़िया लिखा है. राजा भोज के विचार ही उनका व्यक्तित्व कैसा था बताने मेँ समर्थ है,
  • author
    शानदार और जानदार प्रस्तुति बेहतरीन अभिव्यक्ति प्रेरणादायक कहानी लिखी है। बखूबी चित्रण किया है
  • author
    Kiran Pandey
    17 मार्च 2021
    बहुत सुन्दर "भोपाल " नाम की ऐतिहासिक कहानी ..👌🏼👌🏼