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कई दिनो से नए पड़ोसी के दोहरे रहन सहन देख देख कर सेवानिवृत टीचर हेमंत जी आश्चर्यचकित रहते। कभी गुस्सा से भर उठते तो कभी हंसी रोकना मुश्किल हो जाता। वे सोचते, आखिर दोहरा जीवन कैसे जीते हैं लोग। एक ...

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लेखक के बारे में
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कृष्ण मनु

जन्म तिथि - 04 जून 1953 जन्म स्थान - गया बिहार शिक्षा - यांत्रिक अभियंत्रणा में डिप्लोमा भाषा ज्ञान - हिन्दी, अंग्रेजी प्रकाशित कतियां- 1. कोहरा छंटने के बाद (कहानी संग्रह) 2. पाचवां सत्यवादी (लघुकथा संग्रह) 3. प्रीति की वापसी (बा. क. संग्रह) 4. वीरू की वीरता वही 5. बीसवीं सदी का गदहा वही सम्मान/पुरस्कार - पांच साहित्यिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित सम्पर्क वर्तमान/स्थायी - ‘शिव धाम’, कतरास रोड, बीहाइण्ड पोद्दार हार्डवेयर एण्ड आउटो स्टोर नियर, एम एस एम इ, मटकुरिया, धनबाद 826001 (झारखंड) मोबाइल नं. - 09939315925ं

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
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    19 നവംബര്‍ 2021
    🙏💗💕💖♥️✍️🐦💞✍️💘♥️💖💕💗🙏✍️✍️
  • author
    Ganesh Kothari
    01 ജൂലൈ 2024
    अच्छा लिखा है
  • author
    तीन पानी "अरुण"
    04 മെയ്‌ 2020
    well tried
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    19 നവംബര്‍ 2021
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    Ganesh Kothari
    01 ജൂലൈ 2024
    अच्छा लिखा है
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    तीन पानी "अरुण"
    04 മെയ്‌ 2020
    well tried