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मुकम्मल होगा कभी इश्क़ हमारा भी...

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लबों पर एक भीनी सी मुस्कुराहट लिए, दिलो में यादों की बारात लिए, यूं जी रहे हैं हम उनकी यादों में, एक झूठी सी आस लिए, कभी तो वापस लौटेंगे वो, इस जन्म में ना सही, किसी और जन्म ही सही, मुकम्मल होगा कभी ...

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अबोध्य
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  • author
    AnshuPriya Agrawal
    29 अप्रैल 2020
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