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मुझे तुम पसंद नही

4.7
597

सुहाग सेज पर बैठी सुमन अपने पति रमन का इंतजार कर रही थी! थोड़ी देर बाद हंसने खिलखिलाने की आवाज सुनाई दी और दरवाजा खुला, रमन को अंदर छोड़कर उसकी बहनें और भाभियाँ जा चुकी थी! रमन अंदर आ गया और ...

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लेखक के बारे में
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Saroj Singh

अपने विषय में क्या लिखूँ, प्रतिलिपि ने मौका दिया, लेखनी चली और मैं लेखिका बन गई 🥰 यह प्रतिलिपि के कारण ही संभव हो सका! मैंने इतिहास विषय में अॉनर्स किया है और मैं एक गृहणी हूँ! पढ़ने लिखने में तो रूचि हमेशा से रही है! लेकिन लेखनी को मंच तो प्रतिलिपि ने ही प्रदान किया! धन्यवाद प्रतिलिपि और धन्यवाद सभी पाठक गणों का जिनकी समीक्षाएं लिखने का हौसला प्रदान करती है! 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

समीक्षा
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  • author
    R.K shrivastava
    02 जून 2020
    सुंदर कसी हुई रचना ! यह मानव स्वभाव की विचित्रताओं को निर्ममतापूर्वक उजागर कर रहा है । रिश्ते नातों की स्थिति आलू प्याज, की तरह रोजमर्रा की बात है ।स्थायित्व का पूर्ण अभाव तथा यह जिद्द कि मुझे ऐसा चाहिये, मुझे वैसा नहीं चाहिए ।। यह आपकी रचना में बहुत बढ़िया ढंग से वर्णित है ।।!!!!!
  • author
    Anuj bhandari
    02 जून 2020
    Good 👏👏👍👍👍👍 Plz read the link given below :.. Read it on Pratilipi - "विभाजन" "विभाजन", read it on Pratilipi : https://hindi.pratilipi.com/series/aoa0x9gtfi7k?utm_source=android
  • author
    sushma gupta
    02 जून 2020
    ये बात सही कही आपने, रमन जैसे लड़के किसी लड़की का जीवन तो ख़राब कर सकते हैं लेकिन अपनी बात कहने की हिम्मत नहीं होती उनमें, सुमन का फैसला बहुत सही रहा, बहुत ही सराहनीय लेखन 👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻💐💐💐🙏
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    R.K shrivastava
    02 जून 2020
    सुंदर कसी हुई रचना ! यह मानव स्वभाव की विचित्रताओं को निर्ममतापूर्वक उजागर कर रहा है । रिश्ते नातों की स्थिति आलू प्याज, की तरह रोजमर्रा की बात है ।स्थायित्व का पूर्ण अभाव तथा यह जिद्द कि मुझे ऐसा चाहिये, मुझे वैसा नहीं चाहिए ।। यह आपकी रचना में बहुत बढ़िया ढंग से वर्णित है ।।!!!!!
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    Anuj bhandari
    02 जून 2020
    Good 👏👏👍👍👍👍 Plz read the link given below :.. Read it on Pratilipi - "विभाजन" "विभाजन", read it on Pratilipi : https://hindi.pratilipi.com/series/aoa0x9gtfi7k?utm_source=android
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    sushma gupta
    02 जून 2020
    ये बात सही कही आपने, रमन जैसे लड़के किसी लड़की का जीवन तो ख़राब कर सकते हैं लेकिन अपनी बात कहने की हिम्मत नहीं होती उनमें, सुमन का फैसला बहुत सही रहा, बहुत ही सराहनीय लेखन 👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻💐💐💐🙏