लेखिका परिचय
नाम - ऋतु थपलियाल ‘सुदेवस्तु’
मूल निवासी - देहारादून ,उत्तराखंड
प्रकाशित रचनाएँ- कविता संग्रह [स्वतंत्र वार्ता में दो वर्ष से प्रकाशित हो रहे हैं ]
अलकनंदा पत्रिका में आलेख और कहानियाँ ,
प्रकाशित ,हिन्दी सागर में कवितायें प्रकाशित ,अंतर्राष्ट्रीय बेब
पत्रिका ‘प्रयास’ में रचनाएँ प्रकाशित |वर्तमान अंकुर से
कवितायें प्रकाशित और ‘रिश्तों के अंकुर’ सांझा कहानी की
पुस्तक में कहानियाँ प्रकाशित |काव्य स्पंदन में कवितायें
प्रकाशित,काव्य अमर उजाला से कवितायें प्रकाशित ,प्रतिलिपि से दो लेख व दस कहानियाँ प्रकाशित ,अंतरा शब्द समूह से ‘मुक्त परिंदे ‘लघु कथा प्रकाशित |
सम्मान - डेली मिलाप समाचार पत्र हैदराबाद द्वारा सर्वश्रेष्ठ
कविता का सम्मान ,व 2018 का सर्वश्रेष्ठ कहानी का सम्मान ,हिन्दी
सागर द्वारा हिन्दी सेवी सम्मान व काव्य श्री सम्मान ,शीर्षक साहित्य परिषद द्वारा तीन बार दैनिक प्रतियोगिता में सम्मान | साहित्य संगम द्वारा दो बार श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान और श्रेष्ठ टिप्पणीकार सम्मान |साहित्य नारी संगम सुवाच द्वारा श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान ,आगाज समूह द्वारा श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान |वर्तमान अंकुर द्वारा कथा गौरव सम्मान ,अंतरा शब्द शक्ति व वुमन आवाज द्वारा 2018 का वुमन आवाज सम्मान |
संस्था से संबद्धता - रामी समाज सेवी संस्था की सदस्या (दिल्ली )
रचना –स्वरचित कविता ‘बुढ़ापा’
ऋतु थपलियाल ‘सुदेवस्तु’
नई पुस्तक का नाम –मेरी विरासत
रिपोर्ट की समस्या
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